3. 'अधिकारों का बढ़ता दायरा' पर विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए। 4. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पर विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए? 5. गुआन्तानामों खाड़ी में कैदियों के सन्दर्भ में अन्तराष्ट्रीय मानवाधिकार ऐजेन्सी एमनेस्हो इण्टरनेशनल की रिपोर्ट क्या थी? इस रिपोर्ट के सन्दर्भ में कैदियों की अवस्था का वर्णन कोजिए।
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अधिकारों का बढ़ता दायरा कुछ दशकों में मानवाधिकारों की अवधारणा में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाया है। यह विचार सोशल, आर्थिक, और सांस्कृतिक अधिकारों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देता है। पहले, मानवाधिकारों को केवल नागरिक और राजनीतिक अधिकारों तक सीमित माना जाता था, परंतु अब शिक्षा, स्वास्थ्य, और कल्याण जैसे अधिकारों को भी इसमें शामिल किया जाने लगा है। इससे सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संधियों के माध्यम से इन अधिकारों को मान्यता मिली है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) भारत में मानवाधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए स्थापित एक प्रमुख संस्था है। इसका उद्देश्य मानवाधिकारों का उल्लंघन रोकना और पीड़ितों को न्याय दिलाना है। आयोग नागरिकों की शिकायतें सुनता है, मानवाधिकारों की स्थिति पर शोध करता है, और सरकारी संस्थाओं के कार्यों की निगरानी करता है। यह आयोग संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने, प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने और अधिनियमों को लागू करने में मदद करता है, ताकि हर व्यक्ति को उसके मौलिक अधिकारों का सम्मान मिले।