Question
upstudy study bank question image url

सबसे लिघु उत्तराय प्रश्न (Short Answer Type Questions) 1. निर्धनता के मुख्य सूचक सामाजिक अपवर्जन व असुखुरा के समझाइए। वार 2. निर्धनता के असुरक्षित समूह पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 3. निम्नलिखित अवधारणाओं का अर्थ स्पष्ट कीजिए- (i) बेरोजगारी, (ii) असहायता, (iii) बाल-श्रम। 4. निर्धनता किस प्रकार मानवता पर एक अभिशाप है?

Ask by Lambert Luna. in India
Feb 03,2025

Real Tutor Solution

Tutor-Verified Answer

Answer

failed to answer the question

Solution

### 1. निर्धनता के मुख्य सूचक सामाजिक अपवर्जन और असुरक्षा के समझाइए। **सामाजिक अपवर्जन:** सामाजिक अपवर्जन का अर्थ है समाज के सामान्य जीवन में शामिल न किया जाना। निर्धनता के संदर्भ में यह दर्शाता है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग समाज के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक गतिविधियों से वंचित रह जाते हैं। इससे उनकी आवाज कम हो जाती है, उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों से भी वंचित किया जाता है। सामाजिक अपवर्जन के परिणामस्वरूप सामाजिक असमानता बढ़ती है, जिससे समाज में कुप्रति और अशांति फैलती है। **असुरक्षा:** असुरक्षा का तात्पर्य आर्थिक और सामाजिक स्थिरता की कमी से है। निर्धनता के कारण लोगों को रोजी-रोटी की निरंतर चिंता रहती है, जिससे उनकी जीवनशैली अस्थिर हो जाती है। असुरक्षा के अंतर्गत रोजगार की अनिश्चिता, अपर्याप्त आय, आवास की अस्थिरता, और स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुँच शामिल हैं। यह मानसिक तनाव और सामाजिक असंतोष को बढ़ावा देता है, जिससे समाज में अपराध और उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ सकती हैं। ### 2. निर्धनता के असुरक्षित समूह पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। निर्धनता के असुरक्षित समूह वे वर्ग हैं जो आर्थिक, सामाजिक, और भौगोलिक कारणों से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं: - **दलित वर्ग:** सामाजिक भेदभाव और आर्थिक अवसरों से वंचित। - **स्त्रियाँ:** लिंग भेदभाव के कारण कामकाजी अवसरों में कमी। - **बुजुर्ग और विकलांग व्यक्ति:** रोजगार में कठिनाई और सामाजिक समर्थन की कमी। - **श्रमिक और दैनिक मजदूर:** अस्थिर रोजगार और निम्न वेतन। - **जातियां और अल्पसंख्यक समूह:** सामाजिक अन्याय और आर्थिक असमानता। - **ग्रामीण क्षेत्र के निवासी:** शहरी सुविधाओं से वंचित और कृषि के अस्थिर आय स्रोत। इन असुरक्षित समूहों को लक्षित करते हुए समान अवसर प्रदान करना और सामाजिक सुरक्षा बढ़ाना आवश्यक है ताकि वे गरीबी से बाहर आ सकें और समृद्ध समाज का हिस्सा बन सकें। ### 3. निम्नलिखित अवधारणाओं का अर्थ स्पष्ट कीजिए: #### (i) बेरोजगारी: बेरोजगारी वह स्थिति है जब सक्षम और इच्छुक व्यक्ति काम नहीं पा रहा हो, जबकि उसे काम करने की इच्छा और क्षमता हो। बेरोजगारी की उच्च दर अर्थव्यवस्था की कमजोरी, औद्योगिक उत्थान की कमी, और शिक्षा प्रणाली के असमान होना जैसी कई समस्याओं को दर्शाती है। यह व्यक्तिगत आय में कमी, सामाजिक असंतोष, और आर्थिक विकास में बाधा उत्पन्न करती है। #### (ii) असहायता: असहायता का अर्थ है खुद को संकटों, चुनौतियों या आपदाओं का सामना करने में असमर्थ पाना। निर्धनता में असहायता तब उत्पन्न होती है जब व्यक्ति के पास पर्याप्त संसाधन, जानकारी, और समर्थन नहीं होता है ताकि वह अपने जीवन की समस्याओं का समाधान कर सके। यह मानसिक तनाव, आत्मविश्वास की कमी, और सामाजिक निर्भरता को जन्म देती है। #### (iii) बाल-श्रम: बाल-श्रम वह गतिविधि है जिसमें बच्चों को उनकी आयु के अनुसार असुरक्षित, शोषणकारी या शिक्षा से दूर काम पर लगाया जाता है। यह न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करता है, बल्कि उनके अधिकारों का हनन भी करता है। बाल-श्रम का कारण गरीबी, पारिवारिक दबाव, और शिक्षा व्यवस्था की कमजोरियां हो सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप बच्चों को उचित शिक्षा और भविष्य निर्माण के अवसर नहीं मिल पाते। ### 4. निर्धनता किस प्रकार मानवता पर एक अभिशाप है? निर्धनता मानवता पर कई प्रकार से अभिशाप के समान है: - **मानवाधिकारों का उल्लंघन:** निर्धनता के कारण लोगों को बुनियादी आवश्यकताओं जैसे भोजन, स्वच्छ पानी, आवास, और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रहना पड़ता है, जिससे उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है। - **शिक्षा और विकास में बाधा:** गरीबी शिक्षा के अवसरों को सीमित करती है, जिससे समाज में ज्ञान और कौशल की कमी होती है, और लोगों का संपूर्ण विकास नहीं हो पाता। - **स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ:** निर्धनता से स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुँच होती है, जिससे बीमारियाँ बढ़ती हैं और जीवन प्रत्याशा कम होती है। - **सामाजिक असमानता और अशांति:** आर्थिक असमानता समाज में तनाव और संघर्ष को जन्म देती है, जिससे सामाजिक संरचना कमजोर पड़ती है। - **आर्थिक विकास में अवरोध:** जब बड़ी संख्या में लोग निर्धनता में जीवन यापन करते हैं, तो इसका सीधा प्रभाव देश की आर्थिक प्रगति पर पड़ता है, क्योंकि उत्पादन क्षमता और उपभोग क्षमता कम होती है। - **मानसिक तनाव और आत्मसम्मान की कमी:** गरीबी मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है, जिससे आत्मसम्मान कम होता है और मानसिक रोगों की संभावना बढ़ जाती है। इस प्रकार, निर्धनता न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि समाज और पूरे मानवता पर गहरा प्रभाव डालती है, जिससे यह एक गंभीर अभिशाप के समान बन जाता है।

Reviewed and approved by the UpStudy tutoring team

error msg
Explain
Simplify this solution

The Deep Dive

निर्धनता, एक वैश्विक मुद्दा है जो व्यक्ति की सामाजिक पहचान और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। जब लोग निर्धनता का सामना करते हैं, तो उन्हें सामाजिक अपवर्जन का सामना करना पड़ता है, जिससे वे अपने अधिकारों और संभावनाओं से वंचित रह जाते हैं। असुखुरा, यानि कठिन जीवन परिस्थितियों का अनुभव, उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जिससे वे समाज में अकेले और असुरक्षित महसूस करते हैं। निर्धनता असुरक्षित समूहों पर विशेष रूप से गहरा प्रभाव डालती है। ये समूह जैसे कि महिलाएं, बच्चे, वृद्ध और शारीरिक रूप से अक्षम लोग, अक्सर संसाधनों और अवसरों से पहले ही वंचित रहते हैं। इनमें से कई लोग शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, और रोजगार के अवसरों से वंचित रह जाते हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी बिगड़ जाती है। इन असुरक्षित समूहों को सही नीतियों और समर्थन की आवश्यकता है ताकि वे अपने जीवन को बेहतर बना सकें।

Latest Social Sciences Questions

Try Premium now!
Try Premium and ask Thoth AI unlimited math questions now!
Maybe later Go Premium
Study can be a real struggle
Why not UpStudy it?
Select your plan below
Premium

You can enjoy

Start now
  • Step-by-step explanations
  • 24/7 expert live tutors
  • Unlimited number of questions
  • No interruptions
  • Full access to Answer and Solution
  • Full Access to PDF Chat, UpStudy Chat, Browsing Chat
Basic

Totally free but limited

  • Limited Solution
Welcome to UpStudy!
Please sign in to continue the Thoth AI Chat journey
Continue with Email
Or continue with
By clicking “Sign in”, you agree to our Terms of Use & Privacy Policy